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Wednesday, May 27, 2015

मेरे शिव

मेरे शिव;
भक्तों ने आपकी गाथाओं का जो गुनगाण किया,
भोलेनाथ, महादेव, नारायण है नाम दिया I
दयालु, निराकार, हैं ओंकार आप,
केदारनाथ, स्वयंभू और पालनहार आप, 
विघ्नहर्ता, सुखकर्ता, बैजू विश्वनाथ आप,
रूप आपके इतने सारे, जैसे ब्रह्माण्ड में है सितारे I
मेरे शिव;
भक्तों ने आपकी गाथाओं का जो गुनगाण किया,
नीलकंठ, रामेश्वर, और नारायण आपने अपना नाम दिया I
आपकी कृपा से मिट्टी में जल, और धरा पर् उपवन,
सुर्य चन्द्रमा बादल गगन, झील नहर और पवन,
जिसे देख प्राणी होते मगन और उन्हें मिलते हैं जीवनI
मेरे शिव;
भक्तों ने आपकी गाथाओं का जो गुनगाण किया,
भोलेनाथ, महादेव रामेश्वरम, और नारायण आपने, अपना नाम दियाI
मुझे भक्ती का आप वरदान दो,
दया अब करो शिव और मुझे ज्ञान दो,
हो मनोरथ पूर्ण अर्धनारीश्वर मेरी,
मेरे ह्रदय में हो सिर्फ सूरत तेरीI
मेरे शिव;
आपके आशीष ने यही प्रार्थना और नमन है किया,
भोलेनाथमहादेव रामेश्वरमऔर नारायण आपने, अपना नाम दियाI




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1 comment:

  1. so nice...u hv written on my lord Shiva.....Neelkanth...jinhone saare sansaar ke liye khud hi vish kaa seban kiye the...yese he mere prabhu...mere Iswar.

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