तेरी याद चुपके से चली आयी तो मैं क्या करूँ,
तू धीरे-धीरे ही सही मेरे दिल में समाती चली गयी
तो मै क्या करूँI
मैं होश में नहीं आया तुम्हें देखने के बाद,
तू मेरी आँखो में समाती चली गयी तो मैं क्या
करूँ I
मेरी जिंदगी की साँसे बढ़ गयी तुम्हारे आने के
बाद,
तू मेरी धड़कन बन धड़कती चली गयी तो मैं क्या करूँ I
मेरे सूखे अधरों पर तू मुस्कान बन कर,
मेरी खुशी बनती चली गयी तो मैं क्या करूँ II
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