©Kamal Asheesh All rights reserved. Content cannot be reproduced http://kamalasheesh.blogpost.in
©Kamal Asheesh All rights reserved. Content cannot be reproduced http://kamalasheesh.blogpost.in
कुछ दिन पहले मिला था उससे,
उसके तीखे नयन और गुलाबी होठ थे I
चेहरे पर खामोशी, लेकिन मुस्कुराते बोल थे,
बाहोँ के दरमयाँ मुहब्बत थी उसके आगोस में,
बातें उसकी सपन सलोने,
तो, कभी रूठ जाती थी अपने मन में I
उसकी एहसास की खुशबु थी या बातों का जादू,
कभी लड़ती थी तो कभी कर देती मेरा दिल बेकाबू I
कुछ दिन पहले मिला था उससे,
उसके तीखे नयन और गुलाबी होठ थे I
मैने उसके धड़कनो को पहचान लिया,
और मन ही मन उसे अपना मान लिया,
मुझपे छा गया नशा और चढ़ गया खुमार,
लगता है अब मुझे उससे हो गया है प्यार I
कुछ दिन पहले मिला था उससे,
उसके तीखे नयन और गुलाबी होठ थे I