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Sunday, May 17, 2015

मेरा जीवन तुमही पर निसार है...

मेरी धड़कनों को तुम अपने सिने में लगा लो,
मेरी साँसो में तुम अपनी साँसो को बसा लो I
मेरी जिंदगी तुम्हारी अमानत है,
मेरी खुशी को तुम अपनी खुशीयाँ बना लो I
करूँगा सजदा मैं तुम्हारी मुहब्बत का,
मेरे चेहरे पर खुशी का अब तिलक तुम लगा दो I
मेरी धड़कनों को तुम अपने सिने में लगा लो,
मेरी साँसो में तुम अपनी साँसो को बसा लो I
तुम्हारे सिने में प्यार अपरंपार है,
और तुम्हारी आँखो में स्नेह भी अपार है I
मचलती रहे हँसी तुम्हारी गुलाबी लबों पर,
और मेरे सिने में, धड़कता तुम्हारा ही प्यार है I
ऐ जान , वजूद नहीं मेरा, तुम्हारे बिना,
मेरी रूह पर भी अब तेरा ही एख्तियार है I
मेरी धड़कनों को तुम अपने सिने में लगा लो,
मेरी साँसो में तुम अपनी साँसो को बसा लो I
तुम ही मेरी जिंदगी हो और तुम ही मेरी दुल्हन,
तुमसे हुँ मैं जिन्दा और तुम ही मेरी धड़कन I
ऐ मेरी खुशी;
तुम्हारे होठ, और तुम्हारे नयन,
तुम्हारे दिल की हर धड़कन,
तुम्हारी जिंदगी, तुम्हारी सादगी,
तुम्हारी खुशी और तुम्हारी हँसी,
मेरी जिंदगी इन सब पर निसार है I
मेरी धड़कनों को तुम अपने सिने में लगा लो,
मेरी साँसो में तुम अपनी साँसो को बसा लो I
तुम मेरी रूह हो तुम हो मेरी शुकून,
तुम मेरी मेरी साँस हि और तुम ही जुनून,
तुम मेरी जज्बात हो तुम हो मेरी अल्फाज,
तुम से हुँ जिन्दा और तुम ही मेरी हमराज,
ऐ हमसफर,
अब तुम्हें बना कर रखुँगा अपने साँसो का सरताज I
मेरी धड़कनों को तुम अपने सिने में लगा लो,
मेरी साँसो में तुम अपनी साँसो को बसा लो I
तुम्हारे चेहरे का नूर मेरे दिल क शूरूर है,
तुम्हारे माथे का सिन्दुर मेरे नाम का गुरूर है I
मै तुम्हारे बाँहो में सिमटा रहुँ तुम्हारे सिने से लग कर,
तुम्हारे लबों को चुमता रहुँ तुम्हारे ही हसबैंड बन कर I
मेरी धड़कनों को तुम अपने सिने में लगा लो,
मेरी साँसो में तुम अपनी साँसो को बसा लो I
तुम मेरी खुशी बन मुस्कुराती रहो,
तुम मेरी सजनी बन मेरी जिंदगी को सजाती रहो,
क्योंकि;
अब मेरी जिंदगी पर ऐ जान,
 तुम्हारा ही अधिकार है,
और मेरा जीवन भी तुमही पर निसार है I
मेरी धड़कनों को तुम अपने सिने में लगा लो,
मेरी साँसो में तुम अपनी साँसो को बसा लो I

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Asheesh Kamal

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