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Thursday, August 11, 2016

मेरे दिल में समा गयी तू साँसें बनकर

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जिंदगी से हुयी जब मुलाकात,
मेरे लबों पर खुशीयों के तरंग गुँज गये,
तुम ऐसे मिली मुझसे, जैसे गुल से गुलशन आज मिल गये,
मेरे दिल में समा गयी तू साँसें बनकर,
तेरे ह्र्दय में बेपनाह मोहब्ब्त के, मेरे ठिकाने बन गये,
वजूद नहीं अब मेरा तुम्हारे बिना,
क्योंकि; अब तुम्हारी हर धड़कन से मेरी साँसे जुड़ गये,

तू मेरी जिदगी है, तुम ही हो मेरा जुनुन,
तू मेरी खुशी है और तुम ही मेरी हो शुकून,
तुम्हारे पलकों के साये में सोया रहूँ,
तू रखे जो सर अपना मेरे कंधों पर,
तेरी जुल्फों में मैं अपनी अगुलियाँ फिराता रहूँ,
तुम्हारी कदमों की गुँजन से आँगन मेरा ध्वनित हो,
तुम्हारे लहराते आँचल से हमारे जीवन में खुशीयों की संगीत हो,

तुम हर वक्त मुस्कुराती रहो, दे दो मुझे सारे गम,
जब भी आये कोइ गम तुम्हारे जीवन में,
बादल बन बरस जाना मुझ पर, 
क्योंकि;
मेरी हर साँस पर तुम्हारा अधिकार हो गया,
तुम्हारी हर खुशी से मुझे प्यार हो गया,

ऐ मेरे ख्वाबों की शहजादी;
संभालूँगा तुम्हारी मोहब्बत को मैं अपने शरीर का प्राण बनाकर,
और रखूँगा तुम्हे इस दुनिया में अपनी जान बनाकर,
तुम्हारी मोहब्बत ने मेरी जिंदगी की तस्वीर बदल दी,
तुम्हारे अपनापन ने मुझे नयी जीवन दे दी,
ये मेरी खुशीयों की महागाथा तुम्हारे जुल्फों के छाये मे सोया रहुँ मै,
सपने देखे तुम्हारी आँखे और पूरा करूँ मैं।




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