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Wednesday, September 28, 2016

मुझे नींद नहीं आती है रातों में

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मुझे नींद नहीं आती है रातों में,
तुम ख्वाब बनकर आ जाया करो,
मैं सूर्य बनकर ढ़ल रहा हूँ अँधेरों में,
तुम चाँदनी बनकर आ जाया करो,
तुम बिन सूना-सूना सा है पराग मेरी जिन्दगी का,
भौंरा बनकर तुम गुनगुनाया करो,
छोड़ कर न जाओ इस हालात में,

हमसफर बनकर आ जाया करो,
अब तो जीवन की साँसें भी बुझने लगी है,
तुम धड़कन बनकर आ जाया करो।


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Thursday, September 15, 2016

मैं वो खुशबू हुँ, जो तुम्हारे हर साँसों में घुल जाउँगा

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कभी तुम्हारे ख्वाबों में आउँगा,
क़भी तुम्हारे यादों में आउँगा
,
मैं वो खुशबू हुँ, जो तुम्हारे हर साँसों में घुल जाउँगा।


कभी तुम्हारे पलकों पर आउँगा
,
कभी तुम्हारे होठों पर आउँगा
,
मैं वो धड़कन हूँ
जो तुम्हारे दिल में ही धड़कता जाउँगा।
क्योंकि
;
मिटा नहीं सकते तुम मुझे अपने जीवन के पन्नों से
,
मैं तो खुशीयों का शब्द हूँ
,
तुम्हारी हर मुस्कान और हर गम में नजर आउँगा।


कभी तुम्हारे सीने में आउँगा
,
कभी तुम्हारे कानों में आउँगा
,
जब भी मिलोगे किसी के गले से तुम
,
मैं आसूँ बनकर तुम्हारे पलकों से नीचे गीर जाउँगा।


कभी तुम्हारे पास नजर आउँगा
,
कभी तुमसे दूर नजर आउँगा
,
जब भी गुजरोगे तुम अपने घर की गलियों से
,
मैं हवा का झोंका बनकर
तुम्हारे बालों को बिखरा जाउँगा।
और

तुम
 जब रखोगे व्रत करवा चौथ का,
देखोगे नीले आसमान कोया दोनों जहाँन को,
मैं चाँद और सितारों में तुम्हें नजर आउँगा।


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Wednesday, August 17, 2016

कुछ दिन पहले मिला था उससे

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कुछ दिन पहले मिला था उससे,
उसके तीखे नयन और गुलाबी होठ थे I
चेहरे पर खामोशी, लेकिन मुस्कुराते बोल थे,
बाहोँ के दरमयाँ मुहब्बत थी उसके आगोस में,
बातें उसकी सपन सलोने,
तो, कभी रूठ जाती थी अपने मन में I
उसकी एहसास की खुशबु थी या बातों का जादू,
कभी लड़ती थी तो कभी कर देती मेरा दिल बेकाबू I
कुछ दिन पहले मिला था उससे,
उसके तीखे नयन और गुलाबी होठ थे I
मैने उसके धड़कनो को पहचान लिया,
और मन ही मन उसे अपना मान लिया,
मुझपे छा गया नशा और चढ़ गया खुमार,
लगता है अब मुझे उससे हो गया है प्यार I
कुछ दिन पहले मिला था उससे,
उसके तीखे नयन और गुलाबी होठ थे I

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Thursday, August 11, 2016

मेरे दिल में समा गयी तू साँसें बनकर

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जिंदगी से हुयी जब मुलाकात,
मेरे लबों पर खुशीयों के तरंग गुँज गये,
तुम ऐसे मिली मुझसे, जैसे गुल से गुलशन आज मिल गये,
मेरे दिल में समा गयी तू साँसें बनकर,
तेरे ह्र्दय में बेपनाह मोहब्ब्त के, मेरे ठिकाने बन गये,
वजूद नहीं अब मेरा तुम्हारे बिना,
क्योंकि; अब तुम्हारी हर धड़कन से मेरी साँसे जुड़ गये,

तू मेरी जिदगी है, तुम ही हो मेरा जुनुन,
तू मेरी खुशी है और तुम ही मेरी हो शुकून,
तुम्हारे पलकों के साये में सोया रहूँ,
तू रखे जो सर अपना मेरे कंधों पर,
तेरी जुल्फों में मैं अपनी अगुलियाँ फिराता रहूँ,
तुम्हारी कदमों की गुँजन से आँगन मेरा ध्वनित हो,
तुम्हारे लहराते आँचल से हमारे जीवन में खुशीयों की संगीत हो,

तुम हर वक्त मुस्कुराती रहो, दे दो मुझे सारे गम,
जब भी आये कोइ गम तुम्हारे जीवन में,
बादल बन बरस जाना मुझ पर, 
क्योंकि;
मेरी हर साँस पर तुम्हारा अधिकार हो गया,
तुम्हारी हर खुशी से मुझे प्यार हो गया,

ऐ मेरे ख्वाबों की शहजादी;
संभालूँगा तुम्हारी मोहब्बत को मैं अपने शरीर का प्राण बनाकर,
और रखूँगा तुम्हे इस दुनिया में अपनी जान बनाकर,
तुम्हारी मोहब्बत ने मेरी जिंदगी की तस्वीर बदल दी,
तुम्हारे अपनापन ने मुझे नयी जीवन दे दी,
ये मेरी खुशीयों की महागाथा तुम्हारे जुल्फों के छाये मे सोया रहुँ मै,
सपने देखे तुम्हारी आँखे और पूरा करूँ मैं।




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