उनसे क्या मांगू अपना वजूद देने के बाद
वो तो मेरे रूह में बसते हैं धड़कनों की जगह
उनके खयालो में डूबा रहता हूँ मैं
दिन के उजालो में रातों की तन्हाई की तरह ..
@ Asheesh Kamal
वो तो मेरे रूह में बसते हैं धड़कनों की जगह
उनके खयालो में डूबा रहता हूँ मैं
दिन के उजालो में रातों की तन्हाई की तरह ..
@ Asheesh Kamal
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